बुधवार, 28 दिसंबर 2016

अनंतनाग से कटरा, जम्मू - काश्मीर यात्रा : चउथा दिन

पहिला ट्रेन पकड़े के प्लान आज सफल हो गउवे आ दस बजे ले बनिहाल पहुँच गवीं। ओजी से उधमपुर के सवारी कवनो टेक्सी वाला ना बइठावत रहुवsसन। सभ जम्मू! एगो बइठावहूँ के तइयार भउवे त एह सर्त पर कि किराया जम्मू के देबे के परी। हम कहवीं भगबs कि ना! खीस बरूवे त जा के बस में बइठ गवीं। ओहू में एतना भीड़ कि का कहे के। हमके सीट मिल गइल एगो चमत्कारे रहुवे। ऊपर से एक नम्मर के बदमाश कंडक्टर। केहू तरे बस चलूवे। जब कंडंक्टर किराया लेबे हमरी ल अउवे त हम पान स के नोट धरा देहवीं आ उ टीकठ की संगे पता ना कवना झोंका में दू स अधिका फेर देहुवे। जेनरली अइसन भइला पर हम पइसा वापस क देनी बाकिर सारे कंडक्टरवा पर जीउ जरs रहुवे एसे चुप चाप धs लेहवीं। रास्ता में एक जगहि नाश्ता पानी खातिर बस रुकुवे आ दू बजे ले उधमपुर उतार देहुवे।

उतर के कुछु खाए की फेर में परवीं। ओजी एक्के गो दोकान रहुवे जवना में बईठ के अपना मनपसंद चीझ समोसा के आडर देहवीं। आतना ना घटिया समोसा देहुवे की का कहल जाव। हमार त जीउवे झनझना गउवे। एक काटा से ढेर ना खाइल गउवे। मूँह बना के बहरी आ गवीं आ कटरा की बस के इंतजार करे लगवीं। बसओ मुआ के ध देहुवे। पहिले त घंटा भर इंतजार करा के अउवे, आ अइबो करुवे त एतना भरल की चढ़लो मुश्किल! केहू तरे आधा दूर खड़े खड़े गवीं। ओकरी बाद जाके सीट भेंटउवे। कटरा पहुँचत पहुँचत पाँच से ऊपर हो गइल रहुवे।

अब होटल खोजल चालू करवीं। एक त कवनो की ल सिंगल रूम ना रहुवे आ डबल रूम 6-7 स की नीचे देत ना रहुवsसन। कइ होटल घुमला की बाद एगो तीन स में रूम देबे के तइयार भउवे। जा के हाथ मूँह धो के खाना खाए निकलवीं। कुल्ह कटरा जोहि देहवीं बाकिर कहीं मुर्गा ना मिलुवे। मन मार के एक जगहि शाकाहारी खाए बइठवीं। खाना कवनो गत के ना रहुुवे। केहू तरे दू रोटी घोंटवीं आ रूम में जा के सुत रहवीं। यात्रा के ई सबसे खराब दिन गुजरूवे। आज कथिके फोटो डालल जाव...........


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