बुधवार, 28 सितंबर 2016

पहलगाम आ अनंतनाग, कश्मीर यात्रा तिसरका दिन

सबेरे फेर उठे में देर हो गइल आ पहिला ट्रेन छूट गइल। दूसरकी ट्रेन पकड़ के अनंतनाग पहुँचवीं। पहुँचत पहुँचत एगारS बज गउए। तुरंते सूमो पकड़ के शहर की भीतर बस स्टैंड पहुँचवीं। भूख लाग गइल रहुवे एसे एगो ठीक ठाक होटल देख के खाए बइठवीं। साला खाना कवनो गत के ना रहुवे आ महंगा अतना की पूछS मत। एक प्लेट यखनी के 280 रुपिया ले लेहुवे। बस स्देंड पर की खाना के हमार अनुभव कहीं आ कबो ठीक नईखे रहल। खाना खा के पहलगाम के सूमो पकड़वीं। रास्ता लिद्दर नदी की किनारे किनारे बा। जब पहलगाम नियराईल त सड़की पर बरफ मिले लागल। जब पहलगाम में उतरवीं त चारूओर बरफे बरफ। उतरते एगो टट्टू वाला पीछे परल। ओकरा से मुश्किल से पीछा छोड़ा के एटीएम खोजवीं आ पइसा निकलवीं। वापस स्टैंड पर आवते फेर उहे पीछे पर गउवे। साफ माना क देहवीं त गिलगिलाए लगुवे की आप सीजन चलSता आ ओकर नम्मर पाँच दिन बाद आइल बा आ अगर हम ओके हायर ना करब त ओकरा फेरू पाँच-छव दिन इंतजार करे के परी। अब हम मुश्किल में पर गवीं कि अब ए इमोशमल ब्लैकमेल के का करीं, अंत में कहवीं कि चलS आज ब्लैकमेल होईए जाइल जाव काहे से की बरफ की वजह से कवनो गाड़ी वाला चंदनवाड़ी आ बेताबघाटी ना जात रहुवSसन। पुछवीं कहाँ ले चलबे त कहSता मिनी स्विटजरलैंड देखा दे तानी। हम कहवीं की सीधा बात कर तब जगहि के नाम बतउवे बैसारन। बैसारन पहलगाम से तीन चार कीलोमीटर बा। चार स में बात फाईनल भउवे। जिनगी में कबो घोड़ा पर चढ़ल ना रहवीं एसे चढ़ते में हमार चोन्हा फुला गउवे।  खैर, घोड़ा पर शुरू में त गिरला की डरे कचकचा के जीन धS के बइठल रहनी बाकिर धीरे धीरे डर कम हो गउवे आ एक हाथे फोटउवो घींचे लगवीं। बाकिर हील डोल की वजह से फोटो नीमन ना आ पावत रहुवे। चारू ओर हर समान पर बरफे बरफ रहुवे। खाली पेड़न पर बरफ ना रहुवे। रास्ता में दु तीन जगहि व्यू प्वाइंट रहुवे जहाँ रुक के टट्टू पर बइठले बइठले फोटो घिंचउवे।ओजी से पहलगाम त बहुत सुंदर लागत रहुवे बाकिर भयंकर बदरी की वजह से पहाड़ के एक्को चोटी ना लउकत रहवीं सन। मौसम नीमन रहला पर गजबे सुन्दर लागित। रास्ता एकदम कानो कानो भईल रहुवे। कबो कबो त बुझात रहुवे की कहीं घोड़वे ना बिछिला के गिर जाव। करीब आधा घंटा में बैसारन पहुँच गवीं जा। उहो का रहुवे? खाली एगो ढालू विशाल मैदान जवन बरफ गिरला की वजह से सुंदर लागत रहुवे। तनी तनी बरखा होत रहुवे, एसे बड़का कैमरा निकाले में डर लागत रहुवे। छोटके से फोटो लेबे लगवीं। तले संजोग से झीसी होत होत बरफबारी होखे लगुवे। हमरा त मजा आ गउवे। बड़का कैमरा निकलवीं आ मजा लेत फोटो लेबे लगवीं। ओजी करीब घंटा भर रुकला की बाद वापसी शुरू भउवे। चढ़ला ले उतरलका ढेर खतरनाक रहुवे। रास्ता भर पीछे महें तन के बइठे के परुवे।
पहलगाम पहुँचला की बाद तनी मारकेट घुमवीं बाकिर कुछु खास ना लगुवे। रोड पर से उतर के नदी की तीरे चल गवीं। ओजी थोड़ देर घुमवीं ओकरी बाद आ के अनंतनाग खातिर गाड़ी पकड़ लेहवीं। अनंतनाग पहुँच के तीन स में एगो रूम लेहवीं आ समान ध के बजार में निकल गवीं। एजी बजार पहलगाम ले नीमन रहुवे। तीन किलो अखरोट आ एक गराम केसर लेहवीं। अब खाए खातिर होटल मिलते ना रहुवे। आठे बजे सभ बन हो गइल रहुवे। बड़ा मुस्किल से एक जगहि पूड़ी तरकारी मिलुवे। खा के होटल ध लेहवीं।
पहलगाम बस स्टैंड

वे टू मिनी स्विटजरलैंड



खच्चर पर से फोटो लियाई त हाथ त हिलबे करी



बैसारन (मिनी स्विटजरलैंड)





हमी हम हैं तो क्या गम है

हमार वाहन


पहलगाम शहर




ओह पार



p.s.- फ्रांस से बड़ा हिट आवता हो। जे बा ओके धन्यबाद बा।